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मौत की दूसरी बड़ी वजह ब्रेन स्ट्रोक, रिम्स के न्यूरो सर्जन डॉ विकास कुमार दे रहे पूरी जानकारी

आज वर्ल्ड स्ट्रोक डे है. इस वर्ष का थीम है Precioustime. यह थीम हमें यह बताती है कि अगर स्ट्रोक के लक्षणों को पहचान कर चार से छह घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचते हैं तो हम इसे बहुत हद तक रोक सकते हैं. यह ऐसी न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जो देश में मौत की दूसरी बड़ी वजह बनती जा रही है.

भारत में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण स्ट्रोक : डॉ. विकास

वर्तमान समय में स्ट्रोक भारत में मौत के प्रमुख कारणों में से एक बन गया है। यह एक खतरनाक बीमारी है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती...

डिजिटल इंडियाः ट्वीटर एकाउंट @drvknarayan से मरीजों को इलाज की उम्मीदें, मंत्री को भी रहती है आशा

Ranchi: डिजिटल इंडिया के इस युग में ट्वीटर ने क्रांति का रुख अख्तियार कर लिया है. आम और खास, किसी भी समस्या के समाधान या फिर मद्द के लिए ट्वीटर का सहारा लेते हैं. लेकिन इन दिनों झारखंड और खासकर रांची के @drvknarayan की चर्चा खूब हो रही है. दरअसल

भारत में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण स्ट्रोक है : डॉ विकास

Jharkhand health department likely to reduce service bond for postgraduate medical students

RANCHI: The state health department is likely to reduce the service bond amount for postgraduate (PG) students who are pursuing their speciality courses across medical college of Jharkhand.

डिजिटल इंडियाः ट्वीटर एकाउंट @drvknarayan से मरीजों को इलाज की उम्मीदें, मंत्री को भी रहती है आशा

Ranchi: डिजिटल इंडिया के इस युग में ट्वीटर ने क्रांति का रुख अख्तियार कर लिया है. आम और खास, किसी भी समस्या के समाधान या फिर मद्द के लिए ट्वीटर का सहारा लेते हैं. लेकिन इन दिनों झारखंड और खासकर रांची के @drvknarayan की चर्चा खूब हो रही है. दरअसल

Exclusive: शरीर से भी बड़ा हो गया था सिर का आकार, हुआ सफल ऑपरेशन, आपके बच्चे को भी हो सकती है ऐसी दिक्कत

जन्म के समय सामान्य बच्चे की औसत लंबाई 47-52 सेंटीमीटर जबकि उसके सिर का माप 35 सेंटीमीटर के आसपास का होता है। हालांकि कॉग्नेटिव हाइड्रोसेफ्लस जैसी स्थितियों में सिर का आकार सामान्य से अधिक हो जाता है। क्या हो अगर किसी बच्चे के सिर का ही माप उसके शरीर की कुल लंबाई से अधिक हो जाए?

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस:ग्लाबोल सुसाइड रेट महिलाओं की तुलना में पुरुषों में 2 गुणा ज्यादा- हर सौ में एक मौत का कारण है आत्महत्या

आजकल की भागदौड़ की दुनिया में चारों ओर तनाव का वातावरण है, चाहे स्कूल-कॉलेज हो, या घर-ऑफिस। इनमें से किसी भी जगह होने वाले अत्याधिक तनाव के कारण ही आत्महत्या की घटनाएं आम होते जा रही है।

रिम्स के डॉ विकास फोर्डा के दूसरी बार चीफ एडवाइजर बने

फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन इंडिया (फोर्डा) की नई टीम की घोषणा बीत 26 सितंबर को की गई है। इसमें नेशनल कन्वेंनर नई दिल्ली के एम्स के डॉ विनय और गवर्निंग काउंसिल डॉ मनीष बनाए गए। वहीं, फोर्डा के चीफ एडवाइजर रिम्स, रांची के जेडीए प्रेसिडेंट डॉ. विकास कुमार, मर्ड के डॉ प्रणव और आरएमएल के डॉ अजय बनाए गए।

रिम्स जेडीए प्रेसिडेंट डॉ. विकास को मिला झारखंड सोशल एक्सीलेंस अवार्ड

रांची। रिम्स जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विकास कुमार को शनिवार को रांची में आयोजित एक समारोह में अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। डॉ. विकास को झारखंड सोशल एक्सीलेंस अवार्ड-2022 प्रदान किया गया।

Jharkhand: पोस्ट कोरोना मरीजों में मिल रही न्यूरोलॉजिकल बीमारियां, जानें रिम्स के डॉ विकास कुमार की राय

कोविड-19 या कोरोना हमारे लाइफ स्टाइल को बदल कर रख दिया है. कोरोना होने और उसके ठीक होने के बाद भी हमारे शरीर को प्रभावित कर रहा है. कोरोना से ठीक हुए मरीजों में कई तरह की दूसरी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देखने को मिल रही है. उनमें कई तरह की न्यूरोलॉजिकल बीमारियां पायी जा रही हैं.

शरीर से भी बड़ा हो गया था सिर का आकार, हुआ सफल ऑपरेशन, आपके बच्चे को भी हो सकती है ऐसी दिक्कत

जन्म के समय सामान्य बच्चे की औसत लंबाई 47-52 सेंटीमीटर जबकि उसके सिर का माप 35 सेंटीमीटर के आसपास का होता है। हालांकि कॉग्नेटिव हाइड्रोसेफ्लस जैसी स्थितियों में सिर का आकार सामान्य से अधिक हो जाता है।

जानलेवा हो सकती है ये समस्या, आहार और दिनचर्या में ऐसे बदलाव रखेंगे आपको सुरक्षित

स्ट्रोक, वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। आंकड़ों के मुताबिक हर 3.5 मिनट में एक व्यक्ति की स्ट्रोक से मौत हो जाती है।

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